कर्नाटक में रायचूर कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय के कृषि कीट विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डा. ए प्रभुराज ने गत दिनों यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कृषि कीटों की रोकथाम के लिए विकसित इस इलेक्ट्रानिक तकनीक ई-सैप को विश्वविद्यालय ने बेंगलूर के तेने एग्रीकल्चरल साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से बनाया है।